
नई दिल्ली। उत्तरपूर्वी दिल्ली के यमुना विहार में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में एक शख्स और उसके बेटे को लोगों के एक समूह ने गोली मार दी। स्थानीय लोगों ने घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
शादी समारोह से घर लौटे थे वीरेंद्र
वीरेंद्र अग्रवाल अपने बेटे सचिन के साथ एक शादी समारोह से घर लौटे थे। जैसे ही दोनों अपने घर के पास पहुंचे, उन्होंने देखा कि पड़ोसी आरिफ की कार सड़क पर इस तरह खड़ी है कि दूसरे वाहन के गुजरने की जगह नहीं बची। उन्होंने आरिफ से अपनी कार साइड से करने के लिए कहा और इसी को लेकर उनके बीच बहस छिड़ गई थी।
कार साइड को लेकर शुरू हुई थी बहस
उन्होंने आरिफ से अपनी कार साइड से करने के लिए कहा और इसी को लेकर उनके बीच बहस छिड़ गई। पुलिस ने बताया कि आरिफ के मकान मालिक फुरकान और अन्य स्थानीय लोगों की दखल के बाद हालात कुछ देर के लिए काबू में कर लिए गए, लेकिन आरिफ थोड़ी देर बाद कुछ अन्य लोगों के साथ अग्रवाल के घर आ धमका और परिवार के साथ बहस करने लगा। इससे झगड़ा बढ़ गया। इसी दौरान आरिफ और उसके साथियों ने गोलियां चला दीं, जिसमें वीरेंद्र और सचिन घायल हो गए। वीरेंद्र अग्रवाल के सीने में गोली लगी है और उनके बेटे सचिन अग्रवाल के हाथ में गोली लगी है।
आरिफ ने साथियों संग करीब 15 राउंड किया फायर
पीड़ित वीरेंद्र के दूसरे बेटे सौरभ अग्रवाल ने बताया कि आरिफ ने अपने साथियों के संग 10-15 राउंड फायर किए। वहीं, पुलिस ने बताया कि घटना के बाद भाग रहे आरिफ के एक साथी को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। पुलिस के मुताबिक, आरिफ सेकेंड हैंड कारों का कारोबार करता है और करीब सात से आठ महीने पहले पड़ोस में शिफ्ट हो गया था। इस मामले में आगे की जांच चल रही है।