सीएम साय के इन्वेस्टर कनेक्ट मीट दौरे में छत्तीसगढ़ के लिए FDI के द्वार खुले
Chhattisgarh/Raipur: आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इन्वेस्टर्स कनेक्ट मीट के लिए दो दिवसीय दौरे पर हैं। आज मुंबई में आयोजित “छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट” मीट में पहले दिन उन्होंने आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन श्री कुमारमंगलम बिड़ला जी से मुलाकात की। उन्होंने छत्तीसगढ़ में निवेश की संभावनाओं पर सार्थक चर्चा की। साथ ही, आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में छत्तीसगढ़ के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के द्वार खुल गए हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुंबई में अमेरिकी महावाणिज्य दूत और रूसी महावाणिज्य दूत से मुलाकात की। दोनों अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई और राज्य के अनुकूल कारोबारी माहौल की प्रशंसा की।
सीएम विष्णुदेव साय ने ट्वीट कर कहा कि आज देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आयोजित “छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट” मीट में अमेरिकी महावाणिज्य दूत और रूसी महावाणिज्य दूत से मुलाकात की। दोनों महावाणिज्य दूतों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई और राज्य के अनुकूल कारोबारी माहौल की प्रशंसा की।
मीट में हमारी सरकार को प्रमुख उद्योगपतियों से 6,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इसके साथ ही दरवाजे खुल गए हैं।
नई औद्योगिक नीति के कारण छत्तीसगढ़ में अब तक लगभग 1 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। हमारा छत्तीसगढ़ निवेश की अपार संभावनाओं वाला राज्य है, हमने नई औद्योगिक नीति के माध्यम से राज्य में एफडीआई के माध्यम से निवेशकों के लिए रेड कार्पेट बिछाया है। हमारी सरकार विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने और अधिक से अधिक रोजगार सृजन के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नई औद्योगिक नीति के कारण छत्तीसगढ़ में अब तक लगभग 1 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं।
ये प्रस्ताव हाल ही में रायपुर, दिल्ली और मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट समिट के दौरान प्राप्त हुए थे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में देश के प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों से सीधे संवाद किया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि हमने नई औद्योगिक नीति के माध्यम से निवेशकों के लिए रेड कार्पेट बिछाया है। इस दौरान उन्होंने निवेशकों को हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया। कार्यक्रम में शामिल हुए प्रमुख उद्योगपतियों से छत्तीसगढ़ सरकार को छह हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव भी मिले।