23वें एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री का संबोधन

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज तेईसवीं SCO Summit में आप सबका हार्दिक स्वागत है। पिछले दो दशकों में SCO पूरे एशियाई क्षेत्र में शान्ति समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र के साथ भारत के हजारों वर्ष पुराने सांस्कृतिक और people to people संबंध हमारी साझा विरासत का जीवंत प्रमाण हैं। हम इस क्षेत्र को “extended neighbourhood” ही नहीं “extended family” की तरह देखते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत ने SCO की अपनी अध्यक्षता के अंतर्गत एक सौ चालीस से अधिक कार्यक्रमों सम्मेलनों और बैठकों की मेजबानी की। हमने SCO के सभी ऑबज़रवर्स और डायलाग पार्टनर्स को चौदह विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल किया है। SCO की चौदह मंत्री स्तर की बैठको में हमने मिलकर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज तैयार किए गए हैं। इनसे हम अपने सहयोग में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं।
भारत का प्रयास रहा है कि SCO में सहयोग केवल सरकारों तक सीमित न रहे। लोगों के बीच संपर्क और गहरा करने के लिए, भारत की अध्यक्षता में नयी पहलें ली गयी हैं। वर्तमान समय में वैश्विक स्थिति एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर है। विवादों, तनावों और महामारी से घिरे विश्व में फ़ूड, फ्यूल और fertilizer क्राइसिस सभी देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है। हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ हैं।