डीआरडीओ ने मनाया अपना 66वां स्थापना दिवस
नई दिल्ली। डीआरडीओ आज अपना 66वां स्थापना दिवस मना रहा है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत, डीआरडीओ ने भारत के ‘मिसाइल मैन’ तथा पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को पुष्पांजलि अर्पित की। डीआरडीओ के पूर्व प्रमुख डॉ. वीएस अरुणाचलम को भी पुष्पांजलि अर्पित की गई, जिनका अगस्त 2023 में निधन हो गया था।
डीआरडीओ से संबंधित लोगों को संबोधित करते हुए, डीआरडीओ के अध्यक्ष ने डीआरडीओ के सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि एक घटनापूर्ण वर्ष बीत चुका है और एक नया वर्ष शुरू होने वाला है। उन्होंने वैज्ञानिकों से राष्ट्र के लिए नवाचार और सृजन करने को कहा। डीआरडीओ के अध्यक्ष ने डीआरडीओ की विभिन्न उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि वर्ष के दौरान, डीआरडीओ द्वारा विकसित कई प्रणालियों को उपयोगकर्ताओं को प्रदान, शामिल या सौंपा गया है।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष 1 लाख 42 हजार करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की डीआरडीओ की कई विकसित प्रणालियों को शामिल करने हेतु आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) भी प्रदान की गई है। यह किसी भी वर्ष में डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रणालियों के लिए दी गई अब तक की सबसे अधिक राशि है। यह रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता का एक महत्वपूर्ण घटक है।
उन्होंने कहा कि कई प्रणालियां या तो पूरी हो चुकी हैं या फिर उपयोगकर्ता मूल्यांकन के अंतिम चरण में हैं और कई अन्य प्रणालियां विकासात्मक परीक्षणों से गुजर रही हैं। उन्होंने डीआरडीओ के लिए यह सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया कि जो प्रणाली उपयोगकर्ता परीक्षणों के अधीन हैं और विकासात्मक परीक्षणों के अंतिम चरण में हैं, उन्हें 2024 में उपयोगकर्ता द्वारा स्वीकार किया जाए, ताकि वे शामिल किए जाने के लिए तैयार हों।