
भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिसमें भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा प्रदान करने में विलंब की घोषणा की है। इस समय, भारत ने कनाडा के नागरिकों को अभी के लिए वीजा प्रदान करना बंद कर दिया है। इसके अलावा, महिंद्रा ग्रुप ने भी कनाडा के साथ एक बड़ा निवेश से हाथ मिलाया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कनाडा में अपने ऑपरेशन को बंद करने का ऐलान किया है, जिससे कनाडा को भी बड़ा झटका पहुंचा है।
आनंद महिंद्रा की नेतृत्व में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कनाडा स्थित कंपनी रेसन एयरोस्पेस कॉरपोरेशन, कनाडा को वोंल्ट्री बेसिस पर बंद करने का फैसला किया है। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि रेसन एयरोस्पेस कॉरपोरेशन को कनाडा से सर्टिफिकेट ऑफ डिजोल्युशन प्राप्त हो गया है और उसके बाद कंपनी के इंडियन अकाउंटिंग स्टैंडर्ड के तहत कोई लेन-देन नहीं होगा। इस फैसले के परिणामस्वरूप, रेसन के लिक्वीडेशन पर 4.7 कनाडाई डॉलर्स (करीब 28.7 करोड़ रुपये) का भुगतान होगा। इस विकल्प से बचने के लिए रेसन के शेयरों में भारतीय निवेशकों को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है।
इस घटना के बाद, बाजार में महिंद्रा एंड महिंद्रा के स्टॉक में 3.11 फीसदी या 50.75 रुपये की गिरावट देखने को मिली, और इसके बाद शेयर 1583 रुपये पर बंद हुआ। बताया जा रहा है कि कनाडा पेंशन प्लान इंवेस्टमेंट बोर्ड ने कई भारतीय कंपनियों में मोटे निवेश किए हैं, जिसमें जोमैटो, पेटीएम, इंडस टावर, नायका, कोटक महिंद्रा बैंक, और डेल्हीवरी शामिल हैं। कनाडा पेंशन प्लान इंवेस्टमेंट बोर्ड का भारतीय कंपनियों में निवेश का मूल्य 16000 करोड़ रुपये से भी अधिक है, जिससे यह भी प्रकट होता है कि कनाडा भारतीय वित्तीय बाजार में भारी निवेश कर रहा है।