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चंद्रयान-3: चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर चुका, भारत का महत्वपूर्ण अंतरिक्ष सफर

चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन है जो चंद्रमा की तलाश में अग्रसर है। यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की कक्षा में पहुंच चुका है।

चंद्रयान-3 यान को इसरो ने 14 जुलाई को रवाना किया था और वर्तमान में यह चंद्रमा के सबसे करीबी अनुभव वाली कक्षा में घूम रहा है, जिसमें उसकी चांद से सबसे कम दूरी 164 किलोमीटर और सबसे ज्यादा दूरी 18074 किलोमीटर है। इसरो का उद्देश्य चंद्रयान-3 को चंद्रमा के और करीब ले जाना है, जिससे वैज्ञानिकों को चंद्रमा के समृद्धिमा और विकास के बारे में अधिक जानकारी मिल सके।

चंद्रयान-3 का महत्वपूर्ण सफर 6 अगस्त से शुरू होकर अगले 17 दिनों तक चलेगा।

6 अगस्त को रात 11 बजे यह यान अपनी ऑर्बिट को 10 से 12 हजार किलोमीटर के बीच रखने का प्रयास करेगा।

फिर, 9 अगस्त को दोपहर पौने दो बजे चंद्रयान-3 ऑर्बिट को बदलने की कोशिश करेगा।

14 अगस्त को यह अपनी गति को घटाकर 1000 किलोमीटर करेगा।

अंततः, 17 अगस्त को पांचवें ऑर्बिट में प्रॉपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अलग होंगे।

चंद्रयान-3 की सबसे महत्वपूर्ण चुनौती 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग करने की है, जिसे यह मिशन का अंतिम और सबसे कठिन कदम माना जाता है। इस दिन, चंद्रयान-3 चंद्रमा पर लैंड करेगा।

इसरो ने पहले से ही ट्वीट करके बताया है कि चंद्रयान-3 के सभी सिस्टम ठीक हैं और यान अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है। इससे भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए यह एक गर्व की बात है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंग ने भी ट्वीट करके चंद्रयान-3 के मिशन को सफलता की कामना की है और कहा चिंता की कोई बात नहीं है।

इस दौरान, चंद्रयान-3 के मिशन के सफल होने पर भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया अध्याय खोल सकता है, जो वैज्ञानिक और अंतरिक्ष उपयोगकर्ताओं के लिए एक समर्थन होगा। चंद्रयान-3 के सफलता से चंद्रमा के संसाधनों के लिए भी नए अध्ययन किए जा सकते हैं, जिससे मानव अनुसंधान की दिशा में भारत को नई उपलब्धियां मिल सकती हैं।

इसरो के अगले 17 दिनों के सफलता भरे सफर के बाद, हम आशा करते हैं कि चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंड होगा और वैज्ञानिक समुदाय को चंद्रमा के रहस्यों का और अधिक अध्ययन करने का एक नया अवसर मिलेगा। इस उपलब्धि के साथ, भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम बढ़ाएगा।

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