झांकी के माध्यम से छत्तीसगढ़ की झांकी को राष्ट्रीय मीडिया से सराहना मिली
Chhattisgarh/Raipur: की झांकी भारत सरकार की थीम राज्य की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है। दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में आयोजित प्रेस प्रीव्यू में छत्तीसगढ़ की झांकी को राष्ट्रीय मीडिया से सराहना मिली। झांकी के माध्यम से दर्शाया गया है कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत में जीवन, प्रकृति और आध्यात्म का गहरा संबंध है। यह झांकी छत्तीसगढ़ के लोक जीवन, रीति-रिवाजों और परंपराओं को दर्शाकर राज्य की अनूठी सांस्कृतिक पहचान प्रस्तुत कर रही है। झांकी के अग्र भाग में निराकार राम की पूजा करने वाले रामनामी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले एक पुरुष और एक महिला को दर्शाया गया है।
उनके शरीर और वस्त्र पर ‘राम-राम’ शब्द अंकित है। उन्हें रामचरितमानस का पाठ करते हुए दिखाया गया है। इसके पास घुंघरू प्रदर्शित किए गए हैं, जिनका उपयोग भजन के लिए किया जाता है। मध्य भाग में आदिवासी संस्कृति की वेशभूषा, आभूषण, कलाकृतियां और कला परंपराओं को दर्शाया गया है। इस भाग में तुरही वाद्य यंत्र और सल्फी वृक्ष को प्रमुखता से दर्शाया गया है, जो बस्तर के लोक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
झांकी के पीछे मोर को अंकित किया गया है, जो लोक जीवन की सुंदरता और जीवंतता का प्रतीक है। झांकी के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और प्रकृति से जुड़ी आध्यात्मिकता को गहराई से उजागर किया गया है।