
Chhattisgarh/Sports: छत्तीसगढ़ राज्य में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए साय सरकार ने कई कारगर कदम उठाए हैं। खेल को न केवल मनोरंजन का माध्यम माना जा रहा है, बल्कि इसे युवाओं के कौशल, अनुशासन और करियर निर्माण के एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। जीवन में खेलों के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस बात को बखूबी समझा है कि खेल भावना मानव मन पर कितना सकारात्मक प्रभाव छोड़ती है और उन्होंने इस दिशा में एक बेहतरीन शुरुआत की है।
आधुनिक खेलों की बढ़ती पहुंच के कारण पारंपरिक खेलों की लोकप्रियता कम हो रही है। बस्तर ओलंपिक इसमें संतुलन बनाने का बेहतरीन काम कर रहा है। इस आयोजन ने महिलाओं को खेलों में भाग लेने के लिए एक मंच प्रदान किया है। फुगड़ी, खो-खो और कबड्डी जैसे खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। खेल भावना को पोषित करने वाली छत्तीसगढ़ की साई सरकार राज्य में खेलो इंडिया के तहत 19 करोड़ की लागत से 31 जिलों में खेलो इंडिया सेंटर बनाने जा रही है। हॉकी, एथलेटिक्स और तीरंदाजी के लिए खेलो इंडिया एक्सीलेंस सेंटर बनाए जा रहे हैं।
नया रायपुर में 62 करोड़ की लागत से मल्टीपर्पज इनडोर स्टेडियम और सिंथेटिक फुटबॉल ग्राउंड रनिंग ट्रैक के साथ बनाया जाएगा। कुनकुरी (जशपुर) और रायगढ़ में 105-105 करोड़ की लागत से एकीकृत खेल परिसर बनाए जाएंगे। बलौदा बाजार में 2.79 करोड़ की लागत से फुटबॉल ग्राउंड बनाया जाना है, मुंगेली में 6.49 करोड़ की लागत से स्विमिंग पूल बनाने की योजना है, पंडरीपानी जगदलपुर में 9.76 करोड़ की लागत से सिंथेटिक एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड बनाया जाएगा, कसडोल में 5.81 करोड़ की लागत से सिंथेटिक फुटबॉल टर्फ ग्राउंड बनाया जा रहा है और नारायणपुर में 7.50 करोड़ की लागत से मल्टीपर्पज हॉल बनाया जा रहा है।