शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने के लिए जाने 8 टिप्स
पिछले कुछ सालों में कैंसर के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के अनुसार, 2020 और 2025 के बीच कैंसर के मामलों में 12.5 फीसदी की वृद्धि होने का खतरा है। रिपोर्ट के मुताबिक, नौ भारतीयों में से एक को कैंसर होने की संभावना है। कैंसर के मरीजों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए हेल्थ एक्सपर्ट चिंतित है कयोंकि हृदयरोग या सांस की बीमारियां ही नहीं बल्कि देश में कैंसर के मामले भी बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। आखिर क्यों बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले और कैसे इन्हें रोका जा सकता है। आइए जानते हैं।
कैंसर के जिम्मेदार कारक
कैंसर के बढ़ते प्रसार के लिए कई तरह के कारकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है, जिसमें शामिल हैंः
1-बढ़ती उम्र
2-जीवनशैली में बदलाव
3- व्यायाम न करना
4- पौष्टिक आहार का सेवन न करना कैंसर का कारण बन रहा हैं।
जादातर फेफडे और मुंह के कैंसर की संख्या बढती जा रही हैं। कई बार लोगो को कैंसर के लक्षणोंके बारे में पुरी तरह से जानकारी न होने के कारण समय पर निदान और इलाज नहीं होता। जल्दी इलाज न होने के कारण कैंसर बढ़ता जाता हैं। इसलिए लोगों को कैंसर के बारे में जागरूक करना काफी जरूरी हैं।
क्या कहती है रिपोर्ट
आईसीएमआर-नेशनल सेंटर फॉर डिसीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (एनसीडीआईआर), बेंगलुरु के अनुसार, 2025 तक सभी प्रकार के कैंसर के मामलों में 27.7 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। वहीं 0-14 उम्र के बच्चों में जादातर लिम्फोइड ल्युकेमिया यह रक्तसंबंधी कैंसर होने का खतरा रहता हैं। वर्ष 2025 तक पुरुषों और महिलाओं में होने वाले फेफड़े और स्तन के कैंसर की संख्या 81,219 और 2,32,832 होने की संभावना हैं। इसलिए कैंसर के बारे में जागरूकता पैदा करना काफी जरूरी है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जैन मल्टिस्पेशालिटी अस्पताल के कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. सुहास आग्रे का कहना है कि कैंसर के पीछे कुछ कारण हैं, जिनके दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
1- बुढ़ापा
2- पारिवारिक इतिहास
3- आनुवांशिकी
4- मोटापा
5- तंबाकू का सेवन
6- शराब
7-वायरल संक्रमण जैसे ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी)
8- रसायन, प्रदूषण, सूरज से यूवी किरणें
9- खराब आहार
10-शारीरिक गतिविधि न करना
11- कुछ हार्मोन और बैक्टीरिया से कैंसर हो सकता है।
जैन मल्टिस्पेशालिटी अस्पताल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. तनवीर अब्दुल मजीद का कहना है कि भारत में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। कैंसर न केवल बड़ी आबादी या वयस्कों को प्रभावित कर रहा है बल्कि कम उम्र के युवाओं को भी प्रभावित कर रहा है। कैंसर का समय पर निदान और इलाज नही हुआ तो मरीज की मृत्यु भी हो सकती हैं।
पुरुषों और महिलाओं में कैंसर
भारत में पुरुषों में सबसे आम कैंसर सिर और गर्दन के बाद फेफड़े और प्रोस्टेटिक कैंसर हैं, जबकि महिलाओं में स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर हैं। पुरुष से महिला का अनुपात 1.5: 1 है क्योंकि कई कैंसर महिलाओं में खतरनाक रूप से बढ़ रहे हैं। मेरे अभ्यास में देखे जाने वाले सबसे आम कैंसर दोनों लिंगों में फेफड़े के इसोफेजियल और कोलोरेक्टल कैंसर हैं, इसके बाद महिलाओं में स्तन कैंसर हैं। इन कैंसर का समय रहते इलाज हुआ तो मरीज की जान बच सकती हैं।
कैंसर से कैसे बचाएं जान
डॉ. आग्रे ने आगे कहा कि कैंसर से बचाव के लिए आपको ये टिप्स अपनाने की जरूरत हैः
1-तंबाकू और शराब का सेवन नही करना चाहिए
2- संतुलित आहार का सेवन करें
3- रोजाना व्यायाम करना चाहिए
4- खुद को सूरज की यूवी किरणों से बचाएं
5- हेपेटाइटिस बी, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के लिए टीका लगवाएं
6- नियमित स्क्रीनिंग के लिए जाएं
7- प्रदूषण के जोखिम को कम करें
8-अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर रहा है तो कम उम्र में ही जांच करवाएं।