
रायपुर। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध कराना चाहती है। इस उद्देश्य से जहां शासकीय नौकरियों में बड़ी संख्या में भर्तियां की जा रही हैं, वहीं युवाओं को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के लिए तैयार करने के उद्देश्य से कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षित योजाओं को रोजगार से जोड़ने का काम भी साथ-साथ चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रतीक स्वरूप बेरोजगारी भत्ता के 25 प्रशिक्षित हितग्राहियों को ऑफर लेटर प्रदान किए। इसी तरह पूरे प्रदेश में बेरोजगारी भत्ता पाने वाले 738 युवाओं को तथा ऐसे 810 युवा जिन्हें बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है, लेकिन जिन्हें कौशल विकास का प्रशिक्षण मिला है, उन्हें भी जिला स्तर पर ऑफर लेटर प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप यदि ठान लें तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 13-14 वर्षाें में 98 करोड़ रूपए बेरोजगारी भत्ते के रूप में बांटे थे। हमने तीन माह में ही 80 करोड़ 64 लाख रूपए की राशि बेरोजगारी भत्ते के रूप में वितरित की है।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर शुरू की गई बेरोजगारी भत्ता योजना का उद्देश्य युवाओं को आर्थिक मदद पहुंचाना है और उन्हें रोजगार से जोड़ना है। ताकि इस राशि की मदद से युवा अपने पैरों पर खड़े हो सके। अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की जानकारी दी।