रेलवे ट्रैक पर डेड बॉडी फेंकने वाले हत्यारे दंपति गिरफ्तार, जानिए मर्डर की वजह
raipur murder news. हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में हत्या की घटना को अंजाम देने वाले दंपति को पुलिस ने अपने गिरफ्त में ले लिया है. इस घटना के बारे में तिल्दा नेवरा पुलिस ने बताया कि ग्राम जलसो स्थित रेलवे ट्रैक के पास एक अज्ञात पुरूष का शव पड़े होने की सूचना मिली थी, जिस पर पुलिस टीम घटना स्थल पर जाकर मृतक की शिनाख्तगी हेतु आसपास के लोगों से पूछताछ किया गया। पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा मृतक के संबंध में पतासाजी करते हुए मृतक की पहचान तिल्दा निवासी अनिल कुमार वर्मा के रूप में की गई। पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा शव का परीक्षण करने पर देखने पर पाया गया कि मृतक के शरीर के विभिन्न भागों में चोट के निशान होने के साथ ही उसके गले में भी निशान थे। प्रथम दृष्टया किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतक के साथ मारपीट कर उसकी गला दबाकर हत्या कर शव को रेल्वे ट्रैक में फेंककर हत्या को दुर्घटना का रूप देना प्रतीत हो रहा था। जिस पर अज्ञात अरोपी के विरूद्ध थाना तिल्दा नेवरा में अपराध क्रमांक 206/23 धारा 302, 201 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
वही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना तिल्दा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में मृतक के परिवारजनों सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुये अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु मुखबीर भी लगाये गये। टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु तकनीकी विश्लेषण करते हुए तथा अन्य प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थें।
इसी दौरान टीम के सदस्यो को मृतक अनिल कुमार वर्मा को अंतिम बार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी ग्राम कोहका तिल्दा नेवरा निवासी अश्वनी कुमार धीवर नामक व्यक्ति के निवास में देखे जाने की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अश्वनी कुमार धीवर की पतासाजी करते हुए अश्वनी कुमार धीवर एवं उसकी पत्नी उषा धीवर से मृतक के संबंध में पूछताछ करने पर दोनो के द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नही होना बताते हुए टीम के सदस्यों को लगातार गुमराह किया जा रहा था तथा दोनों का बयान लेने पर दोनो के बयान पर भिन्नता पाये जाने पर टीम के सदस्यों का शक दोनो पर गहरा हो गया कि, प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों अपने झूठ के सामने टिक न सके और अंततः अनिल कुमार वर्मा की हत्या करना बताया गया।
पूछताछ में आरोपी अश्वनी कुमार धीवर ने पुरानी रंजिश को लेकर अपनी पत्नी उषा धीवर के साथ मिलकर अनिल कुमार वर्मा की हत्या करने की योजना बनाई तथा दिनांक घटना को आरोपियान मृतक अनिल कुमार वर्मा को अपने घर बुलाकर मृतक के आंख में मिर्ची पाउडर डालकर रॉड, हथौड़े से लगातार वार कर उसके गले को रस्सी से घोंटकर हत्या करना तथा स्वयं के बचाव एवं साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को ग्राम जलसो स्थित रेलवे ट्रैक पर फंेकना तथा घटना में प्रयुक्त रस्सी एवं अन्य आलाजरब को नष्ट करना बताया गया।