Chhattisgarh/Raipur: 32 लाख रुपये के नकद इनाम वाले चार नक्सलियों ने नारायणपुर के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। चारों में गांधी ताती या अरब उर्फ कमलेश और मैनू उर्फ हेमलाल कोर्राम उच्च रैंकिंग वाले कैडर थे, जो माओवादी रैंकों के डिवीजनल कमेटी के सदस्य के रूप में काम करते थे।
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों में एक दंपति शामिल हैं, जिन्होंने ‘खोखले’ और ‘अमानवीय’ माओवादी विचारधारा से निराशा जैसे कारणों का हवाला देते हुए पुलिस के सामने हिंसा छोड़ दी और उन्होंने वरिष्ठ कैडरों द्वारा स्थानीय आदिवासियों का शोषण करने का दावा किया।
एसपी कुमार ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाला कैडर कमलेश जो पड़ोसी बीजापुर जिले का निवासी है, पहले मढ़ डिवीजन और नेलनार एरिया कमेटी में काम कर चुका है। कुमार ने कहा कि नेलनार क्षेत्र के पचास गांवों के निवासी कमलेश के कारण आठ साल से दहशत में जी रहे थे। नारायणपुर पुलिस ने बुधवार को बस्तर संभाग में एक और नक्सली को गिरफ्तार किया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली निया नर निया पुलिस (हमारा गांव, हमारी पुलिस) अभियान के तहत सामने आए, जो हिंसा की 40 घटनाओं में शामिल पाए गए।