
Chhattisgarh/Raipur: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज मंत्रालय में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली तथा ह्यूमन मेटान्यूमो (HMPV) वायरस को लेकर सतर्कता एवं तैयारियों पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
देश के कुछ हिस्सों में इस वायरस के मरीज पाए जाने के बाद जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों की टीम लगातार इस वायरस पर नजर रख रही है तथा इसके लक्षण एवं प्रभावों का अध्ययन भी कर रही है। श्री जायसवाल ने कहा है कि कोरोना महामारी के बाद से स्वास्थ्य विभाग किसी भी तरह की आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है।
निवारक उपाय
विशेषज्ञों के अनुसार एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए भीड़भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाए रखें, सर्दी-खांसी बुखार वाले मरीजों के संपर्क में न आएं, सर्दी-खांसी बुखार के लक्षण होने पर तुरंत स्थानीय अस्पताल में जांच कराएं। ताकि किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। खांसते या छींकते समय मुंह व नाक को रूमाल से ढकें, हाथों को साबुन व सैनिटाइजर से साफ करते रहें, बीमार होने पर घर पर ही रहें, अधिक पानी पिएं तथा पौष्टिक भोजन करें।
सर्दी, खांसी व बुखार होने पर या सामान्य स्थिति में भी टिश्यू पेपर का दोबारा उपयोग न करें। अपनी आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवा का इस्तेमाल न करें। गौरतलब है कि एचएमपी वायरस खांसने या छींकने, हाथ मिलाने या संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने, दूषित सतह को छूने के बाद मुंह, नाक या आंख को छूने से निकलने वाली बूंदों के जरिए फैलता है। सर्दी में जुकाम, खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत इसके आम लक्षण हैं। कुछ गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस भी इस बीमारी के लक्षण हैं। देश के कुछ राज्यों में इसके मरीज मिलने की जानकारी मिलते ही राज्य स्वास्थ्य विभाग का अमला तैयारी में जुट गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह एक आम श्वसन वायरस है जो आमतौर पर सर्दियों के दौरान देखा जाता है।