CG: नयी तकनीकी कदम से नक्सलवाद के खिलाफ अपनी रणनीति में लगातार सुधार
Chhattisgarh: भालुदिघी और ताड़र के जंगलों में अब तक चार मुठभेड़ हो चुकी हैं, लेकिन हर बार नक्सली घने जंगल और पहाड़ों का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो जाते थे। रविवार रात से चल रही पांचवीं मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 20 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया। बताया जा रहा है कि नुआपाड़ा डिवीजन इसी जगह से ऑपरेट करता था। जहां मुठभेड़ हुई, वहां से ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा महज साढ़े पांच किमी दूर है। दोनों राज्यों के सुरक्षाकर्मियों को करीब 10 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़कर यहां पहुंचना पड़ता था।
नक्सली यहां की भौगोलिक परिस्थितियों का फायदा उठाकर भाग निकलते थे। यह ऑपरेशन इसलिए खास है क्योंकि इसमें ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। बस्तर क्षेत्र में घने जंगल होने के कारण पहले कभी मुठभेड़ में ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सका था। लेकिन अब ड्रोन कैमरों की मदद से नक्सलियों की गतिविधियों पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। अब सुरक्षा बल नई तकनीकी पद्धति से नक्सलियों को आसानी से निशाना बना पा रहे हैं। नये तकनीकी कदम से यह साबित हो रहा है कि सुरक्षा बल नक्सलवाद के खिलाफ अपनी रणनीति में लगातार सुधार कर रहे हैं।